गुरुग्राम-दिल्ली-जयपुर नेशनल हाईवे-48 पर स्थित खेड़की दौला टोल प्लाजा को शिफ्ट करने की घोषणा तो 2017 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने की थी, लेकिन 2025 तक भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इस टोल की वजह से गुरुग्राम, मानेसर और आसपास की 40 से अधिक हाउसिंग सोसायटियों के लाखों लोग प्रभावित हो रहे हैं।
गुरुवार को लोक लेखा समिति (PAC) ने इस टोल प्लाजा का दौरा किया, जहां सांसद भी यह जानकर हैरान रह गए कि 2018 में समय सीमा समाप्त होने के बावजूद टोल वसूला जा रहा है। इस निरीक्षण के बाद अब लोगों को टोल शिफ्ट होने की उम्मीद जगी है।
हर दिन ट्रैफिक जाम की समस्या, जनता परेशान
खेड़की दौला टोल प्लाजा पर रोज़ाना हजारों यात्री पीक आवर्स में ट्रैफिक जाम में फंसते हैं। स्थिति इतनी गंभीर है कि कई बार 30 मिनट से लेकर 1 घंटे तक का जाम लग जाता है। टोल हटाने के लिए टोल हटाओ संघर्ष समिति के बैनर तले लोग सालों से संघर्ष कर रहे हैं और भूख हड़ताल तक कर चुके हैं।
टोल शिफ्टिंग पर 8 साल से हो रही चर्चा, लेकिन समाधान नहीं
टोल शिफ्टिंग को लेकर 2014 से अब तक कई घोषणाएं और प्रस्ताव सामने आए, लेकिन कोई भी साकार नहीं हुआ-
2017: नितिन गडकरी ने टोल शिफ्टिंग की घोषणा की, 3 महीने में शिफ्ट करने का वादा किया।
2018: पर्यावरण चिंताओं को लेकर मामला एनजीटी (नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल) पहुंचा।
2019: न्यू गुरुग्राम के लोगों ने जनहित याचिका दायर की।
2020: सरकार ने मुआवजा विवाद सुलझाने के लिए कमेटी बनाई।
2021: SMDA ने पंचगांव में 30 एकड़ जमीन देने की पेशकश की।
2022: NHAI ने केस लंबित होने की वजह से शिफ्टिंग टाल दी।
2023: हरियाणा सरकार ने 30 एकड़ मुफ्त जमीन देने की घोषणा की।
मार्च 2025: अब तक टोल शिफ्टिंग पर कोई ठोस पहल नहीं हुई।
स्थानीय लोग बोले- यह सरकार की नाकामी है
आरडब्ल्यूए अध्यक्ष यशेश यादव का कहना है कि टोल हटाने के लिए लोग सालों से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन अधिकारी और टोल प्रबंधन केवल मुनाफा कमा रहे हैं। उन्होंने कहा-
“इस टोल ने अपनी लागत से कई गुना ज्यादा कमाई कर ली है। अब इसे हटाया जाना चाहिए, लेकिन सरकार इस मुद्दे को केवल राजनीति में उलझा रही है।”
क्या कहती है लोक लेखा समिति (PAC)?
“हमने खेड़की दौला टोल प्लाजा की कार्यप्रणाली की जांच के लिए दौरा किया है। हमें जनता से कई शिकायतें मिली हैं। हम टोल शुल्क, बुनियादी ढांचे और सुविधाओं की समीक्षा करके अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे।”
वहीं, बीजेपी सांसद जगदंबिका पाल ने कहा कि भारत माला प्रोजेक्ट के तहत यहां दो-लेयर वाली सड़क और 19 किमी का एलिवेटेड फ्लाईओवर बन रहा है, जिससे भविष्य में ट्रैफिक कंट्रोल किया जाएगा।
टोल हटेगा या जारी रहेगा?
NHAI के वरिष्ठ अधिकारी ने इसे “नीतिगत मामला” बताते हुए कहा कि इस पर अंतिम निर्णय मुख्यालय स्तर पर ही होगा। फिलहाल, गुरुग्राम के लोगों को इस जाम से राहत कब मिलेगी, यह अभी भी एक बड़ा सवाल बना हुआ है।
