भारतीय ग्रैंडमास्टर्स विगत छह महीने से वैश्विक शतरंज में भारत का परचम लहरा रहे हैं। शुक्रवार को भारतीय शतरंज के लिए बड़ा विशेष दिन रहा। प्राग मास्टर्स टूर्नामेंट में एक ओर ग्रैंडमास्टर अरविंद चिदंबरम ने करियर का पहला बड़ा खिताब जीता। दूसरी ओर, भारत के प्रणव वेंकटेश ने मोंटेनेग्रो के पेट्रोवाक में 11वें और अंतिम दौर में स्लोवेनिया के मैटिक लेवरेंसिक के खिलाफ ड्रा खेलकर विश्व जूनियर शतरंज चैंपियनशिप (अंडर-20) जीत ली। विगत छह महीनों में भारत के विभिन्न ग्रैंडमास्टर्स ने वैश्विक शतरंज के नए बादशाहों के रूप में अपनी पहचान बनाई है।
प्रगनानंद को हराकर अरविंद ने रचा इतिहास – अरविंद ने हमवतन आर प्रगनानंद सहित कई दिग्गज खिलाड़ियों को पछाड़कर यह खिताब जीता। 25 वर्षीय अरविंद ने नौवें और अंतिम दौर में तुर्कीये के गुरेल एडिज के साथ ड्रा खेलकर छह अंक हासिल किए। विश्व के आठवें नंबर के खिलाड़ी प्रगनानंद नीदरलैंड्स के अनीश गिरी से हारकर पांच अंक लेकर दूसरे स्थान पर रहे।
तमिलनाडु के अरविंद ने टूर्नामेंट में तीन जीत और छह ड्रा के बाद संभावित नौ में से छह अंक हासिल किए।
अरविंद ने एडिज गुरेल के खिलाफ अंतिम दौर में अपना धैर्य बनाए रखा और प्राग शतरंज महोत्सव में मास्टर्स खिताब जीता। क्या शानदार प्रदर्शन है। आपकी दृढ़ता और प्रतिभा ने भारत को विश्व मंच पर गौरवान्वित किया है। आगे की शुभकामनाएं।
: नितिन नारंग, एआइसीएफ अध्यक्ष
विश्व जूनियर चैंपियनशिप में अजेय रहे प्रणव वेंकटेश
इधर, पिछले वर्ष चेन्नई अंतरराष्ट्रीय में चैलेंजर्स वर्ग जीतने वाले वेंकटेश ने विश्व के जूनियर खिलाड़ियों के बीच अपना उम्दा प्रदर्शन जारी रखा और पूरे टूर्नामेंट के दौरान अपराजित रहे। भारतीय खिलाड़ी ने कुल सात जीत और चार ड्रा के साथ संभावित 11 में से नौ अंक हासिल किए। जब अंतिम दौर की जोड़ियों की घोषणा की गई तो यह स्पष्ट था कि वेंकटेश के लिए ड्रा ही काफी होगा। महान शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने वेंकटेश की इस उल्लेखनीय उपलब्धि की सराहना की। उन्होंने अपने ‘एक्स’ अकाउंट पर लिखा, ‘विश्व जूनियर चैंपियन प्रणव वेंकटेश को बधाई। वह शानदार फार्म में हैं। वह लगातार अपने खेल का विश्लेषण करते हैं, सुझाव देते हैं और फीडबैक लेते हैं। आप विश्व जूनियर चैंपियंस की एक बहुत ही प्रतिष्ठित पंक्ति में शामिल हो गए हैं।’
शतरंज के इन सितारों को हार्दिक शुभकामनाएं।
